रविवार 5 फ़रवरी 2023 - 08:24
सूरा ए बकरा: गुनाहों की माफ़ी एक नेमत है जिसका शुक्र अदा किया जाना चाहिए

हौज़ा / अल्लाह तआला के सामने शुक्र अदा करना ज़रूरी है।अल्लाह तआला के यहाँ शुक्र अदा करने और शुक्र अदा करने वाले के मक़ाम तक पहुँचने में गुनाहे कबीरा रुकावट बनते हैं।

हौजा न्यूज एजेंसी

तफसीर; इत्रे क़ुरआन: तफसीर सूरा बकरा

بسم الله الرحـــمن الرحــــیم बिस्मिल्लाह हिर्राहमा निर्राहीम
ثُمَّ عَفَوْنَا عَنكُم مِّن بَعْدِ ذَٰلِكَ لَعَلَّكُمْ تَشْكُرُونَ सुम्मा अफौना अनकुम मिन बादे ज़ालेका ला अल्लाकुम तशकोरून (बकरा, 52)

अनुवादः फिर हमने उसके (ज़ुल्म) के बाद भी माफ़ कर दिया। कि तुम कृतज्ञ हो।

📕 क़ुरआन की तफ़सीर 📕

1️⃣    बनी इस्राईल के बछड़े की पूजा करने का गुनाह अल्लाह ने माफ़ कर दिया है।
2️⃣    मानव पापों की क्षमा अल्लाह तआला की शक्ति और अधिकार में है।
3️⃣   धर्मत्यागी होने का पाप अल्लाह तआला द्वारा क्षम्य है।
4️⃣   अल्लाह ने बनी इस्राईल को बछड़े की इबादत का गुनाह माफ़ करके बरकत दी।
5️⃣   अल्लाह तआला के सामने शुक्र अदा करना जरूरी है।
6️⃣   अल्लाह की पवित्र जगह में शुक्र अदा करने और शुक्रगुजारी की जगह तक पहुंचने में गुनाहे कबीरा रुकावट बनते हैं।
7️⃣   पाप की क्षमा एक आशीष है जिसका धन्यवाद किया जाना चाहिए।


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📚 तफसीर राहनुमा, सूरा ए बकरा 
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